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Solar Pump Yojana: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने किसानों के लिए सोलर पैनल पर शुरू की 60 फिसदी सब्सिडी योजना, यहां करें आवेदन

 
Solar Pump Yojana: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने किसानों के लिए सोलर पैनल पर शुरू की 60 फिसदी सब्सिडी योजना, यहां करें आवेदन
Solar Pump Yojana: अब गर्मी का मौसम शुरू हो गया है. गर्मी के दिनों में अक्सर किसानों को पानी की कमी की समस्या का सामना करना पड़ता है। जिसका सीधा असर खेती पर पड़ता है. ऐसे में किसानों को पानी की कमी से बचने के लिए समय रहते इंतजाम कर लेना चाहिए. गर्मियों में किसानों को पानी की कमी न हो इसके लिए राजस्थान की भजनलाल सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने पीएम कुसुम योजना के तहत राज्य के किसानों को कम कीमत पर सोलर पंप उपलब्ध कराने का फैसला किया है. इससे किसानों को दोहरा लाभ मिलेगा। पहली बात तो यह कि उन्हें बिजली की उपलब्धता पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वहीं, भारी सब्सिडी से किसानों पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा. इसके लिए सरकार ने 50 हजार किसानों से आवेदन मांगे हैं. Also Read: नरमा का भाव 10 हजार से पार जाने की कितनी है संभावना, जानें इस रिपोर्ट में आपको बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के आतिथ्य में पीएम कुसुम (पीएम कुसम योजना) सोलर पंप प्लांट स्वीकृति पत्र वितरण समारोह भी आयोजित किया जाएगा. समारोह में राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान में करीब 500 किसानों को आमंत्रित किया गया है, जिन्हें मुख्यमंत्री और कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल स्वीकृति पत्र देंगे. सोलर पंप पर कितनी सब्सिडी मिलेगी? यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों को सिंचाई के लिए बिजली की उपलब्धता पर निर्भर न रहना पड़े, केंद्र और राज्य सरकारें सौर पंप स्थापित करने के लिए किसानों को भारी सब्सिडी प्रदान कर रही हैं। किसान 60 फीसदी सब्सिडी पर अपने खेतों में आसानी से सोलर पंप लगा सकेंगे. इसके अलावा अनुसूचित जाति एवं जनजाति के किसानों के लिए राज्य मद से प्रति किसान 45 हजार रुपये का अतिरिक्त अनुदान भी दिया जायेगा. Also Read: Indo Farm 1020 DI: छोटे किसानों के लिए जबरदस्त है ये पाॅवरफुल मिनी ट्रैक्टर, जो बनाता है खेती के कार्य का आसान 50 हजार किसानों को मिलेंगे सोलर पंप करीब 50 हजार किसानों को सोलर पंप की मंजूरी दी गई है, जिस पर 1830 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें से 908 करोड़ रुपये किसानों को अनुदान के तौर पर दिए जाएंगे. सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना से लगभग 200 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो क्षेत्रीय कृषि अधिकारी से संपर्क करें। आपको बता दें कि भारत सरकार की इस पहल का नतीजा है कि राज्य के किसान कृषि बिजली कनेक्शन, डीजल चालित संयंत्र और अन्य वैकल्पिक साधनों पर निर्भर रहने के बजाय सोलर पंप लगाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं. खेतों में सिंचाई के लिए सौर पंपों के उपयोग से किसानों की बिजली पर निर्भरता कम हो गई है और हरित ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा के उपयोग को भी बढ़ावा मिल रहा है। Also Read: सरसों बेचने का सबसे अच्छा समय कब है? जानिए इस मस्टर्ड रिपोर्ट में