अब शिरोमणि अकाली दल ने दी आंदोलन की धमकी, कहा- मंडियों से तुरंत धान उठाएं, नहीं तो...
शिरोमणि अकाली दल ने रविवार को धमकी दी कि अगर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार 72 घंटे के भीतर मंडियों से धान की खरीद और उठान सुनिश्चित करने में विफल रहती है तो वे आंदोलन शुरू करेंगे। यह निर्णय पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता शिअद के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदर ने की।
कमेटी ने कहा कि मंडियों में आने वाले धान की खरीद और उठान समय पर नहीं हो रहा है। कमेटी ने यह भी कहा कि आप सरकार केंद्र के साथ समन्वय करने में पूरी तरह विफल रही है, जिससे किसान परेशान हैं।
कमेटी ने कहा कि राज्य के इतिहास में ऐसी स्थिति पहली बार बनी है साथ ही कमेटी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वे अपनी नींद से जागें और सुनिश्चित करें कि किसानों को कोई समस्या न हो। अन्यथा उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के किसानों ने रविवार को राज्य में धान की कथित धीमी खरीद के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। अकाली नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि कोर कमेटी ने पंचायत चुनावों में आप सरकार के आचरण पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने की अनुमति नहीं दिए जाने, उनके कागजात छीन लिए जाने या यहां तक कि उन्हें रिटर्निंग अधिकारियों के कार्यालयों से दूर रखने के लिए हिंसा का सामना करने के कई उदाहरण हैं।
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स्पष्टीकरण पहले ही सौंप दिया गया है
इस बीच, चीमा ने कहा कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष भूंदड़ के नेतृत्व में 11 सदस्यीय समिति अकाल तख्त जत्थेदार से संपर्क करेगी और उन्हें तख्त के समक्ष शिअद अध्यक्ष और अन्य नेताओं के खिलाफ दर्ज शिकायत के संबंध में महत्वपूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराएगी। डॉ. चीमा ने कहा कि शिअद अध्यक्ष और संबंधित नेताओं ने उनके खिलाफ दर्ज शिकायतों के संबंध में तख्त को अत्यंत विनम्रता के साथ अपना स्पष्टीकरण पहले ही सौंप दिया है।
किसानों ने सड़कें जाम कीं
इस बीच, पंजाब के किसानों ने रविवार को चालू खरीफ विपणन सीजन के दौरान कथित 'सुस्त' धान खरीद अभियान के खिलाफ पूरे राज्य में सड़कें जाम कर दीं और रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। इसके कारण कई ट्रेनें या तो रद्द कर दी गईं या उनके मार्ग बदल दिए गए। फिरोजपुर रेलवे डिवीजन के अनुसार, 17 ट्रेनें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं,
जिसके कारण दो ट्रेनें रद्द की गई हैं, जबकि चार आंशिक रूप से रद्द की गई हैं। इतनी ही ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं। पांच ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। फिरोजपुर डिवीजन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि रेलवे स्थिति पर नजर रखता रहेगा और सामान्य स्थिति बहाल करने तथा आगे आने वाली बाधाओं को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।