सरसों की खेती में सफलता की कुंजी पूसा डबल जीरो सरसों 31
पूसा डबल जीरो सरसों 31 की खेती से आप 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। यह सरसों की एक उन्नत किस्म है जो कि विभिन्न रोगों के प्रति सहनशील है, जैसे कि सफेद रतुआ, अल्टरनेरिया ब्लाइट, स्केलेरोटिनिया स्टेम रॉट, डाउनी फफूंद और पाउडरी फफूंद रोग
पूसा डबल जीरो सरसों 31 की विशेषताएं:
- उपज: 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
- परिपक्वता अवधि: 132 दिन
- रोग प्रतिरोधक क्षमता: सफेद रतुआ, अल्टरनेरिया ब्लाइट, स्केलेरोटिनिया स्टेम रॉट, डाउनी फफूंद और पाउडरी फफूंद रोग के प्रति सहनशील
- सिंचाई सुविधाओं: सिंचाई सुविधाओं वाले इलाकों के लिए उपयुक्त
क्यों चुनें पूसा डबल जीरो सरसों 31
यह सरसों की किस्म न केवल उच्च उपज देती है, बल्कि यह विभिन्न रोगों के प्रति भी सहनशील है, जिससे किसानों को इन रोगों की रोकथाम के लिए कीटनाशकों और दवाओं पर खर्च नहीं करना पड़ता है ¹। इसके अलावा, सरकार ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 200 रुपये बढ़ाकर 5650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जिससे किसानों को अधिक लाभ होगा।