रबी सीजन में चुकंदर की खेती के लिए जरूरी टिप्स: किसानों के लिए फायदेमंद!
इन बातों का ध्यान रखकर किसान रबी सीजन में चुकंदर की खेती से अच्छा फायदा उठा सकते हैं।
चुकंदर एक जड़ वाली सब्जी है जिसे सर्दियों में उगाने के लिए आदर्श माना जाता है और इसे कम पानी की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि चुकंदर की फसल को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है। इससे किसानों की मेहनत और बिजली दोनों की बचत होती है।
चुकंदर की खेती के लिए बलुई-दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए। चुकंदर को कई अन्य फसलों के साथ उगाया जा सकता है। चुकंदर को मिश्रित फसल के लिए एकदम सही माना जाता है।
1. मिट्टी की तैयारी: चुकंदर की खेती के लिए बलुई-दोमट मिट्टी एकदम उपुयक्त मानी जाती है. मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए.
2. बीज का चयन: चुकंदर की खेती के लिए अच्छी क्वालिटी के बीज का चयन करें.
3. बुआई का समय: चुकंदर की बुआई का सही समय अक्टूबर से दिसंबर होता है.
4. पानी की व्यवस्था: चुकंदर की खेती के लिए पानी की कम जरूरत पड़ती है, लेकिन फसल को समय-समय पर पानी देना जरूरी है.
5. देखभाल: चुकंदर की फसल को नियमित रूप से देखभाल करें और समय-समय पर खाद और पेस्टीसाइड का उपयोग करें.
इन बातों का ध्यान रखकर किसान रबी सीजन में चुकंदर की खेती से अच्छा फायदा उठा सकते हैं।