तरबूज की खेती में पलवार विधि का महत्व उत्पादन और कमाई बढ़ाएं
पलवार विधि से तरबूज उगाना गर्मियों में अच्छी कमाई का जरिया बन सकता है। यह विधि न केवल उत्पादन बढ़ाती है बल्कि खेती की लागत को भी घटाती है।
पलवार विधि क्या है?
पलवार विधि एक उन्नत खेती तकनीक है जिसमें तरबूज की बेलों को तार या रस्सी के सहारे उगाया जाता है। इससे पौधों को अधिक जगह मिलती है और वे ऊपर की ओर बढ़ते हैं, जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है।
पलवार विधि के फायदे:
1. उत्पादन में वृद्धि: पलवार विधि से तरबूज का उत्पादन 20-25% तक बढ़ सकता है।
2. लागत में कमी: इस विधि में कम पानी और उर्वरक की आवश्यकता होती है, जिससे खेती की लागत घटती है।
3. फसल की सुरक्षा: पलवार विधि में तरबूज की बेलें ऊपर की ओर बढ़ती हैं, जिससे फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीट और बीमारियों से बचाव होता है।
4. गर्मियों में कमाई: तरबूज की फसल गर्मियों में तैयार होती है, जब इसकी मांग अधिक होती है, जिससे किसानों को अच्छी कमाई होती है।
पलवार विधि के लिए आवश्यक चीजें:
1. तार या रस्सी: तरबूज की बेलों को सहारा देने के लिए।
2. खंभे: तार या रस्सी को लगाने के लिए।
3. उर्वरक और कीटनाशक: फसल की सेहत के लिए।
4. पानी: फसल को पानी देने के लिए।
निष्कर्ष:
पलवार विधि से तरबूज उगाना गर्मियों में अच्छी कमाई का जरिया बन सकता है। यह विधि न केवल उत्पादन बढ़ाती है बल्कि खेती की लागत को भी घटाती है। किसान इस विधि को अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं।