भारत में सदियों से जैविक कीटनाशकों का प्रयोग किया जा रहा है, कई फसल रोगों पर रहता है पूरा नियंत्रण
Jun 14, 2023, 14:52 IST
Aapni Agri, Farming कीटों के प्रबंधन के लिए हमारे को कीटनाशकों का उपयोग करना होता है. लेकिन रासायनिक कीटनाशकों से कई बार फसलों के ख़राब होने का भी डर बना रहता है. इसी कारण हमारे को जैविक कीटनाशकों का प्रयोग हम अपनी फसलों के संरक्षण के लिए करना पड़ता है. जैविक कीटनाशक या जैविक खेती से तात्पर्य पौधें और फसलों को संरक्षित रखने और कीटों और कीटाणुओं के प्रभावी नियंत्रण के लिए पौधों, जीवाणु और अन्य जैविक संयंत्रों का उपयोग करना है. जैविक कीटनाशकों के कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं- Also Read: Cultivation of Cassava: लाखों में कमाई करनी है तो करें कसावा की खेती, जानिए इससे आप कितने बिजनेस कर सकते हैं नीम की पत्ती का रस भारत आज से नहीं बल्कि शताब्दियों से जैविक कीटनाशकों के प्रयोग के आधार पर ही फसलों को संरक्षित करता रहा है. जैविक कीटनाशकों का इस्तेमाल करने से फसलों को कीटों से होने वाले नुकसान से कई गुना तक बचाया जा सकता है. Also Read: Pashu Kisan Credit Card: पशुपालकों को मिल रहा है 3 लाख तक का लोन, ऐसे करें आवेदन साथ ही इनके प्रयोग से फसलों को किसी भी प्रकार की हानि नहीं पहुंचती है. जैविक कीटनाशकों से आप फसलों को सही तरीके से रोगों से मुक्त रख पाते हैं.