Agricultural Machinery: किसानों को खेत की तैयारी से लेकर बीज बोने, खाद और उर्वरक लगाने तक हर चीज के लिए कृषि उपकरणों की आवश्यकता होती है। खरीफ फसलों की खेती के लिए आवश्यक कृषि उपकरणों की जानकारी होना बहुत जरूरी है ताकि किसान सही कृषि उपकरणों का चयन करके अपने खेती के काम को आसान बना सकें।
1. ट्रैक्टर
Agricultural Machinery: खेती के लिए ट्रैक्टर मुख्य कृषि यंत्र है। इससे खेती का ज्यादातर काम किया जा सकता है. खेत की तैयारी से लेकर फसल को बाजार तक पहुंचाने तक हर काम में ट्रैक्टर अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए ट्रैक्टर किसानों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कृषि यंत्र है। इसे ट्रैक्टर से जोड़कर कई प्रकार के कृषि उपकरण जैसे कल्टीवेटर, रोटावेटर आदि चलाए जा सकते हैं।
Also Read: PM Kisan Yojana 16th installment: 16वीं किस्त आ सकती है इस दिन, आवेदन करते समय ना करें ये गलती ट्रैक्टर
2. मिट्टी पलटने वाला हल (एमबी प्लाऊ)
एमबी प्लाऊ का उपयोग मिट्टी को पलटने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग खेत की प्राथमिक जुताई के लिए किया जाता है। इस उपकरण से खेत की गहरी जुताई की जा सकती है। इससे जुताई के दौरान खरपतवार एवं फसल अवशेषों को नियंत्रित किया जा सकता है।
एमबी प्लाऊ
3. डिस्क प्लाऊ
Agricultural Machinery: डिस्क प्लाऊ, जिसे डिस्क हल भी कहा जाता है। इस हल से घास एवं जड़ों से भरी कठोर भूमि की जुताई का कार्य आसानी से किया जा सकता है। इसमें ब्लेड होते हैं जिसके कारण यह खरपतवार काटते समय चलता है। इसका उपयोग चिकनी नम मिट्टी में भी किया जा सकता है। पैन में लगे स्क्रेपर के कारण गीली मिट्टी भी उस पर चिपकती नहीं है।
Also Read: Liquor license: चाहते हैं शराब ठेका खोलना तो जानें आवेदन का तरीका व फीस के बारे में विस्तार से डिस्क प्लाऊ
4. हैरो
हैरो एक कृषि उपकरण है जिसका उपयोग खेत की जुताई के लिए किया जाता है। हैरो चलाने का मुख्य उद्देश्य भूमि को भुरभुरा बनाना तथा भूमि की नमी को सुरक्षित रखना है। इसका उपयोग बुआई से तुरंत पहले किया जाता है ताकि बीज बोते समय खेत में खरपतवार न हो। यह दो प्रकार का होता है पहला ब्लेड हैरो और दूसरा ब्लेड हैरो।
हैरो
5. कल्टीवेटर
Agricultural Machinery: इसका उपयोग खेत की जुताई करने के बाद खेत के ढेलों को तोड़ने, मिट्टी को भुरभुरा बनाने और सूखी घास तथा जड़ों को खेत में लाने के लिए किया जाता है। इस मशीन का उपयोग पंक्तियों में बोई गई फसलों की निराई-गुड़ाई के लिए भी किया जाता है। ये दो प्रकार के होते हैं, पहला, स्प्रिंग टाइन कल्टीवेटर और दूसरा, कठोर टाइन कल्टीवेटर।
Also Read: Advisory for Farmers: गेहूं की खेती करने वाले किसानों को PUSA ने दी खास जानकारी, जल्द से जल्द ये काम करने की दी सलाह कल्टीवेटर
6. रोटावेटर
रोटावेटर मुख्य ट्रैक्टर के साथ मिलकर चलने वाली एक कृषि मशीन है जिसका उपयोग बीज बेड तैयार करने में किया जाता है। इसके अलावा, इसका उपयोग मक्का, गेहूं, गन्ना आदि फसलों को काटने और मिश्रण करने में भी मदद के लिए किया जाता है। एक रोटरी कल्टीवेटर आपको मिट्टी के पोषण में सुधार करने और ईंधन लागत, समय और ऊर्जा बचाने में मदद करता है।
रोटावेटर
7. पडलर
Agricultural Machinery: इस मशीन की मदद से खेत में मचान बनाने का काम किया जाता है. जुताई के बाद खेत को 5-10 सेमी पानी से भर दिया जाता है और इस मशीन की सहायता से मड़ाई की जाती है, जो धान की रोपाई विधि के लिए आवश्यक है। पडलर का प्रयोग खरपतवार नष्ट करने के लिए किया जाता है। यदि खेत में अधिक पानी जमीन में चला जाए तो उसे कम करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, इसका उपयोग धान के पौधों की रोपाई के लिए उपयुक्त परिस्थितियाँ बनाने के लिए किया जाता है।
Also Read: LPG Gas KYC: केवाईसी के बगैर नहीं मिलेगी गैस सिलेंडर सब्सिडी, यहां से करें केवाईसी पडलर
8. प्लान्टर
इस कृषि उपकरण का उपयोग बीज बोने के लिए किया जाता है। इस मशीन की सहायता से बीजों को एक निश्चित दूरी पर पंक्तियों में बोया जा सकता है। इसमें अलग-अलग फसलों के बीज के लिए अलग-अलग प्लेट और स्प्रोकेट का उपयोग किया जाता है। इससे बीज बोने का कार्य बहुत ही कम समय में व्यवस्थित ढंग से पूरा किया जा सकता है.
प्लान्टर
9. सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल
Agricultural Machinery: सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल मशीन की सहायता से एक साथ कई पंक्तियों में बीज बोए जा सकते हैं। यह मशीन जमीन के अंदर गहराई तक बीज बो सकती है। इस यंत्र की सहायता से उचित दूरी पर बीज बोए जा सकते हैं। इस मशीन की मदद से खेतों में बीज और खाद को एक निश्चित अनुपात में एक साथ बोया जा सकता है।
Also Read: Farming: हरियाणा में किसानों की बल्ले बल्ले, सिर्फ 100 रुपये में ड्रोन की सहायता से होगा यूरिया नैनो का छिड़काव सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल
10. ट्रैक्टर चालित बीज एवं उर्वरक बुआई यंत्र
यह कृषि यंत्र ट्रैक्टर से चलने वाला कृषि यंत्र है जो 7-13 पंक्तियों में बीज बो सकता है। इस उपकरण के प्रयोग से बीज एवं उर्वरकों को मिट्टी में उचित गहराई तक डाला जा सकता है। यह ट्रैक्टर के तीन प्वाइंट लिंक से जुड़ा है, जो इसे चलाने में बहुत सुविधाजनक बनाता है।
ट्रैक्टर चालित बीज एवं उर्वरक बुआई यंत्र
Also Read: भारत के टॉप 10 ट्रैक्टर और जानें उनकी कीमत - Aapni Agri