Movie prime

होली पर क्या हो सकती है सरसों की कीमत? जानिए सरसों की तेजी मंदी की यह रिपोर्ट

 
होली पर क्या हो सकती है सरसों की कीमत? जानिए सरसों की तेजी मंदी की यह रिपोर्ट
किसान मित्रों, हमने कल आपणी एग्री पर अपनी रिपोर्ट में बताया था कि अगर मलेशिया में पाम ऑयल का भाव 4500 के पार चला गया तो सरसों बाजार में 2 साल से छाए मंदी के बादल खत्म हो सकते हैं। पिछले 15 दिनों का ट्रेंड देखें तो विदेशी बाजारों में तेजी को देखते हुए सरसों के दाम 200 रुपये तक बढ़ गए हैं. लेकिन अभी यह कहना थोड़ा मुश्किल है कि सरसों बाजार में मंदी का दौर खत्म हो गया है. इस समय सरसों का सीजन चरम पर है और आवक करीब 13-14 लाख बोरी है. ऐसे समय में सरसों बाजार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। Also Read: Delhi Mandi Bhav 15 March 2024: दिल्ली मंडी की आज की नवीनतम कीमतें देखें इसका मतलब यह है कि हर छोटी खबर बाजार को 100-200 रुपये तक इधर-उधर कर सकती है। ऐसे समय में, मंडी भाव टुडे ने आपको सही समय पर सही जानकारी प्रदान करने की जिम्मेदारी ली है ताकि आपको सीजन की सबसे ऊंची कीमत मिल सके। आज की रिपोर्ट में हम जानने की कोशिश करेंगे कि सरसों में यह तेजी का रुख कीमतों को किस हद तक ले जा सकता है और सरसों बेचने का सबसे अच्छा समय कब होगा। अगर आप सरसों के किसान हैं या सरसों के व्यापारी हैं तो आपको यह रिपोर्ट अंत तक पढ़नी चाहिए। होली पर क्या हो सकती है सरसों की कीमत? जानिए सरसों की तेजी मंदी की यह रिपोर्ट mustard

खेती-बाड़ी की लेटेस्ट खबरों के अलावा ताजा मंडी भाव की जानकारी के लिए ज्वाइन करें व्हाट्सएप ग्रुप

नवीनतम बाज़ार अपडेट विदेशी बाजारों से अच्छे संकेत मिलने के बाद गुरुवार को तेल मिलों ने सरसों की खरीदारी बढ़ा दी है. तेल मिलों की लगातार मांग के कारण गुरुवार को लगातार तीसरे दिन घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में तेजी जारी रही। जयपुर में कंडीशन्ड सरसों का भाव 50 रुपये बढ़कर 5,575 रुपये प्रति क्विंटल हो गया. जबकि भरतपुर में सरसों की कीमत 54 रुपये बढ़कर 5175 रुपये के स्तर पर पहुंच गई. दादरी मंडी में सरसों की कीमत 1000 रुपये बढ़ गई और बाजार में 40 लैबों में 5300 रुपये तक की खरीद हुई. अगर 42 कंडीशन के भाव की बात करें तो चरखी दादरी में भाव 5450 रुपये तक माना जा सकता है. दिल्ली में लॉरेंस रोड पर सरसों का भाव 75 रुपये बढ़कर 5475 रुपये हो गया है. Also Read: Main spray formation mustard: सरसों में फालियाँ निकलने पर ध्यान देने योग्य बातें, जानें यहाँ प्लांटों पर सरसों के दाम बढ़े गुरुवार को ब्रांडेड ऑयल प्लांटों ने सरसों का खरीद मूल्य 50-75 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया. एक बार फिर सलोनी प्लांट पर सरसों का भाव 6000 रुपए के स्तर को पार कर गया है। सलोनी प्लांट पर सरसों का टॉप रेट 6025 रुपए था। इसके अलावा गोयल कोटा प्लांट पर रेट 5350 रुपए था। बीपी और शारदा प्लांट पर सरसों आगरा क्रमश: 5725 रुपये और 5800 रुपये प्रति क्विंटल पर रहा. होली पर क्या हो सकती है सरसों की कीमत? जानिए सरसों की तेजी मंदी की यह रिपोर्ट mustard विदेशी बाजारों में तूफानी तेजी वैश्विक बाजार में गुरुवार को खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी का रुख रहा। मलेशियाई पाम तेल की कीमत में 2% से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि शिकागो में सोया तेल बाजार में भी वृद्धि हुई। मलेशिया के बुरसा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर मई डिलीवरी वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतें 96 रिंगिट या 2.29% बढ़कर 4,291 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुईं। इस दौरान अमेरिका के शिकागो में CBOT पर सोया तेल की कीमतें 0.68 फीसदी बढ़ गईं. चीन के डालियान मार्केट में सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध में 1.28% की वृद्धि हुई, जबकि इसके पाम तेल वायदा अनुबंध में 3.54% की वृद्धि हुई। Also Read: Indo Farm 1020 DI: छोटे किसानों के लिए जबरदस्त है ये पाॅवरफुल मिनी ट्रैक्टर, जो बनाता है खेती के कार्य का आसान आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मलेशिया में पाम तेल की कीमत साल 2024 में बढ़कर 564 रिंगिट हो गई है. गुरुवार को पाम की कीमतों में लगातार चौथे सत्र में तेजी आई और एक साल से अधिक के उच्चतम स्तर पर बंद हुई. हालांकि कुछ बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इन स्तरों पर विश्व बाजार में खाद्य तेलों में मुनाफावसूली हो सकती है, लेकिन बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है।

खेती-बाड़ी की लेटेस्ट खबरों के अलावा ताजा मंडी भाव की जानकारी के लिए ज्वाइन करें व्हाट्सएप ग्रुप

घरेलू बाज़ार अपडेट घरेलू बाजार में सरसों तेल और खली की कीमतों में लगातार तीसरे दिन बढ़ोतरी हुई है. जयपुर में सरसों तेल, कच्ची घानी सरसों तेल की कीमत 23 रुपये बढ़कर 1,061 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो गई, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल की कीमत भी 23 रुपये बढ़कर 1,051 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो गई. जयपुर में गुरुवार को सरसों के दाम 20 रुपये बढ़कर 2,505 रुपये प्रति क्विंटल हो गये. बुधवार की तुलना में गुरुवार को मंडियों में सरसों की दैनिक आवक में कमी देखी गई। होली पर क्या हो सकती है सरसों की कीमत? जानिए सरसों की तेजी मंदी की यह रिपोर्ट mustard Also Read: क्या इस बार MSP से उपर बिकेगी आपकी सरसों, जानें एक्सपर्ट की राय फिलहाल उत्पादक राज्यों में मौसम साफ है, इसलिए सरसों की दैनिक आवक पर दबाव बना रहेगा। चालू रबी में सरसों के उत्पादन का अनुमान ज्यादा है और किसान माल नहीं रोक रहे हैं। खपत सीजन के कारण सरसों तेल की मांग अभी भी बनी रहेगी और आयातित खाद्य तेलों में बढ़ोतरी के कारण घरेलू बाजार में सरसों और तेल की कीमतों में और सुधार होने की उम्मीद है। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक घटकर सिर्फ 13.50 लाख बोरी रह गई, जबकि पिछले कारोबारी दिन आवक 14 लाख बोरी थी. होली के आसपास क्या हो सकता है सरसों का भाव? किसान मित्रों, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि सरसों के बाजार में घरेलू कारणों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय कारणों से भी उतार-चढ़ाव होता रहता है। इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी सरसों के दाम को ऊपर की ओर खींच रही है। सकारात्मक संकेतों पर नजर डालें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों और मलेशिया में स्टॉक कम होने की आशंका के कारण भारत, चीन और मध्य पूर्व जैसे प्रमुख आयातकों की ओर से मांग बढ़ी है। 1 अप्रैल से शुरू हो रही सरसों की सरकारी खरीद से भी कीमतों को सपोर्ट मिलेगा. 5000 रुपए से नीचे बिकने वाली नॉन कंडीशन सरसों पर अंकुश लगेगा। Also Read: सरसों को अब सरकारी खरीद और विदेशी बाजारों में मिल रहा तेजी से सपोर्ट, जानिए कैसा रहेगा सरसों का बाजार इस समय दो ही कारण हैं जो कीमत को नीचे की ओर ले जा सकते हैं। पहला ये कि खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार हस्तक्षेप कर सकती है क्योंकि लोकसभा चुनाव नजदीक हैं. दूसरे, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऊंचे स्तर पर मुनाफावसूली होती है तो इससे पाम तेल के दाम में गिरावट आ सकती है, जिसके बाद सरसों बाजार में भी तेजी पर ब्रेक लग सकता है.

खेती-बाड़ी की लेटेस्ट खबरों के अलावा ताजा मंडी भाव की जानकारी के लिए ज्वाइन करें व्हाट्सएप ग्रुप

होली पर क्या हो सकती है सरसों की कीमत? जानिए सरसों की तेजी मंदी की यह रिपोर्ट mustard अगर ये दोनों परिस्थितियां नहीं बनीं तो होली की मांग सरसों के दाम को एमएसपी के पार पहुंचा सकती है. जिन किसान मित्रों के पास सरसों का बड़ा स्टॉक है, उन्हें हर भीड़ पर थोड़ा-थोड़ा करके अपना स्टॉक निकालते रहना चाहिए। आपको अपने विवेक के अनुसार व्यापार करना होगा। Also Read: सरसों बेचने का सबसे अच्छा समय कब है? जानिए इस मस्टर्ड रिपोर्ट में

Tags