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नदियाँ होंगी प्रदूषण मुक्त, नाव चलाने में नहीं लगेगा बिजली और डीजल

 
नदियाँ होंगी प्रदूषण मुक्त, नाव चलाने में नहीं लगेगा बिजली और डीजल
Aapni Agri, Yojna नदियों को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए सरकार ने 1 अहम कदम उठाया है. दरअसल, सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए नदियों में सोलर बोट को चलाने की तैयार में तेजी से कार्य कर रही है. इन बोट की मदद से पर्यटकों की यात्रा और भी आसान हो जाएगी और साथ ही इन्हें चलाना बहुत ही आसान होगा. आपकी जानकारी के लिए ये बता दें कि इस काम की शुरुआत उत्तर प्रदेश सरकार ने की है जिसे 2 चरणों में शुरु किया जाएगा. पहले चरण में उत्तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है. जिनके नाम कुछ इस प्रकार से हैं. अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज और गढ़मुक्तेश्वर आदि. दूसरे चरण में अन्य शहरों में भी इसे शुरू किया जाएगा. Also Read: अपने घरों में ऐसे लगाएं बादाम का पेड़, 50 सालों तक होगी मोटी कमाई
सबसे पहले किस नदी में चलेगी सोलर बोट
मिली जानकारी के अनुसार, सरकार के द्वारा शुरु की गई सोलर बोट पहले सरयू नदी में संचालित होगी. जो कि अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में बनाने में सहायता करेगी. देखा जाए तो उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक नाव काशी, प्रयागराज और अयोध्या की नदियों में चलाई जाती है. ताकि श्रद्धालु सरलता से पूजा-अर्चना कर सके.
कब चलेगी सोलर बोट
अनुमान है कि सरकार के द्वारा इस सोलर बोट को मार्च 2024 तक चालू कर दिया जाएगा. पहले चरण में बताए गए स्थलों के बाद इस बोट को चित्रकूट, आगरा, गोरखपुर, जौनपुर और इन शहरों के आस-पास स्थिति नदियों में भी सोलर बोट को भी मंजूरी दी जाएगी. ताकि जितना हो सके नदियों को प्रदूषण से मुक्ति मिल सके.
उत्तर प्रदेश बनेगा पहला राज्य
देशभर में सोलर बोट को शुरु करने वाला उत्तर प्रदेश सबसे पहला राज्य बन जाएगा. क्योंकि अभी तक किसी भी राज्य ने नदियों की सुरक्षा को लेकर कोई खास कदम नहीं उठाया है. लेकिन प्रदूषण से मुक्ति पाने के लिए उत्तर प्रदेश ने यह बेहतरीन कदम उठाया है. देखा जाए तो देश का हर राज्य सोलर उपकरण से कई तरह की तकनीकों को विकसित करता रहता है, लेकिन कभी नदियों की सुरक्षा के लिए ऐसा उपकरण नहीं तैयार किया है. लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने यह कार्य पूरा करने का लक्ष्य ठाना है. कितने लोग बैठने की होगी क्षमता इस सोलर बोट के बनकर पूरी तरह से तैयार होने के बाद इसमें लगभग 15 लोग आसानी से बैठ सकते हैं. इसमें आपको धूप भी नहीं लगेगी. क्योंकि नाव की छत पर ही सोलर पैनल लगा होगा जो इसे चलाने में मदद करेगा.
नाव के लिए बनेगा 40 मेगा वाट का प्लांट
इस सोलर बोट के लिए सरयू किनारे लगभग 40 मेगावाट का 1 प्लांट तैयार किया जाएगा जिसे बनाने के लिए सरकार करीब 200 करोड़ रुपए खर्च करेगी.