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Sirsa News: बाढ़ से 216 ट्यूबवेल, 183 कमरे और 158 ढाणियां क्षतिग्रस्त

Sirsa News: बाढ़ से 216 ट्यूबवेल, 183 कमरे और 158 ढाणियां क्षतिग्रस्त
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Aapni Agri, Sirsa

सिरसा। जिला प्रशासन ने बाढ़ से सिरसा जिले में हुए नुकसान का आकलन करना शुरू कर दिया है।
राजस्व विभाग व पटवारियों की अब तक रिपोर्ट के अनुसार जिले के 35 गांवों में बाढ़ से ज्यादा नुकसान हुआ है।
इन गांवों में 11316 एकड़ फसल बाढ़ के कारण तबाह हो चुकी है।
इसके साथ ही 216 ट्यूबवेल, 183 कमरे और 158 ढाणियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।
हालांकि विभाग ने अपनी रिपोर्ट में घग्गर नदी के अंदर की फसल को शामिल नहीं किया है।

पिछले 24 घंटे में घग्गर नदी का जलस्तर 24 घंटे में पांच हजार क्यूसेक कम हुआ है।
इससे आसपास के ग्रामीणों व किसानों को कुछ राहत मिली है।
हालांकि नदी में अब भी खतरे के निशान से 17 हजार क्यूसेक अधिक पानी सिरसा में पहुंच रहा है।
सिरसा में अभी सरदूलगढ़ से 42380 क्यूसेक पानी पहुंच रहा है।

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तीन दिन में 59 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया था

ऐसे में लोगों को अभी भी लगातार घग्गर नदी के तटबंधों की निगरानी रखनी होगी।
वहीं, अब क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से भी सरकार ने किसानों से नुकसान का ब्योरा मांगा है।
राजस्व विभाग व पटवारियों की अब तक की रिपोर्ट के अनुसार जिले के 35 गांवों में अब तक करीब 11 हजार 316 एकड़ फसल पानी के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है।
इसमें विभाग ने घग्गर नदी में लगाई की फसल को शामिल नहीं किया है।
इसमें करीब सात हजार एकड़ फसल को नुकसान होने की आशंका है।
रिपोर्ट के अनुसार घग्गर नदी के साथ लगते और अंदर 216 टयूबवेल और उनके पास बने 183 कमरे पानी की भेंट चढ़ गए हैं।
इसके साथ ही बाढ़ के पानी से 158 ढाणियां क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।
इनमें दरार आने व मकान गिरने की जानकारी दर्ज की गई है।
अभी किसानों व ग्रामीणों की ओर से इसके संबंध में जानकारी क्षतिपूर्ति पोर्टल पर भी दर्ज की जानी है।
जिसके बाद पूरे नुकसान का अनुमान लगाया जा सकेगा।

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खेतों में अभी भी पांच से सात फुट जमा है पानी

घग्गर नदी के जलस्तर के कम होने से गांव पनिहारी, बुर्जकर्मगढ़, फरवाई कलां, फरवाई खुर्द में भी पानी का स्तर दो से ढाई फुट तक कम हुआ है। अभी घग्गर का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने के चलते पानी मुख्य तटबंधों से बाहर आ रहा है। घग्गर नदी की क्षमता 25 हजार क्यूसेक के करीब है। गांव बुर्जकर्मगढ़ के मकानों में अभी भी पानी भरा हुआ है।

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सरदूलगढ़ से कम हुआ है दो से ढाई फुट जलस्तर

उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि घग्गर नदी के जलस्तर में सरदूलगढ़ पर दो से ढाई फुट की गिरावट आई है, जोकि हमारे लिए राहत की बात है। नदी का जलस्तर अब भी खतरे के निशान पर है, इसलिए सतर्कता बरते हुए जिला प्रशासन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। स्वास्थ्य व पशु पालन विभागों को प्रभावित एरिया में लोगों व पशुओं के इलाज के लिए निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने किसानों से अपील की है कि घग्गर नदी में किसी भी प्रकार की पाइपलाइन न डालें तथा न ही तटबंधों को कोई नुकसान पहुंचाए। ऐसा करने से तटबंध कमजोर होंगे, जोकि किसी खतरे का कारण बन सकते हैं।

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रंगोई नाले का अभी भी पुल के साथ लगा रहा पानी

डिंग क्षेत्र से बहकर सिरसा की तरफ आने वाले रंगोई नाले का जलस्तर पहले के मुकाबले दो फुट तक कम हुआ है, लेकिन अभी भी इसका पानी पुलों के साथ लग रहा है। रंगोई नाले के तटबंधों पर अभी भी लोग पहरा दिए हुए है, ताकि कमजोर तटबंधों से पानी लीकेज न हो पाए। दो सप्ताह से तेज गति में पानी बहने के कारण नदी के तटबंधों की मिट्टी भी साथ बह गई है। इसके कारण नाला पांच से छह स्थानों से टूट चुका है।

घग्गर की अब यह है स्थिति
स्थान, क्यूसेक
गुहला चीका, 37893
खनौरी, 11750
चांदपुरा, 16360
रंगोई नाला, 9450
सरदूलगढ़, 43420
ओटू हेड, 38850
राजस्थान कैनाल, 25603
घग्गर का जलस्तर कम हो रहा है। घग्गर नदी से बाहर अब तक 11 हजार एकड़ फसल खराब हुई है। 216 ट्यूबवेल व उनके बने कमरे और 158 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। क्षतिपूर्ति पोर्टल पर किसानों की अपने फसल के खराबे की जानकारी दर्ज कर सकते हैं। – सुरेश कुमार, जिला राजस्व अधिकारी

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