Movie prime

Illegal occupation: कैसे पाएं अपनी जमीन या प्राॅपर्टी पर दोबारा से मालिकाना हक, जानें कानूनी अधिकार 

Illegal occupation of property: जब कोई व्यक्ति अपने जीवन काल में प्रॉपर्टी खरीदना है तो उसकी कमाई का ज्यादातर हिस्सा उसमें वह लगा देता है। कई बार तो व्यक्ति प्रॉपर्टी इस उम्मीद में कर्जा लेकर खरीद लेता है कि कल को इसका रेट बढ़ जाएगा और वह अपना कर्ज भी अदा कर देगा। लेकिन यदि उसकी प्रॉपर्टी पर कोई अवैध रूप से कब्जा कर लेता है तो उसकी सारी उम्मीदें धरी की धरी रह जाती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि यदि आपकी प्रॉपर्टी property पर किसी ने अवैध कब्जा या अतिक्रमण किया है तो आप एक कानूनी कार्रवाई करके कब्जाधारी से न केवल अपना कब्जा वापस ले सकेंगे बल्कि आपको उसके लिए मुआवजा भी मिलेगा। 
 
Illegal occupation: कैसे पाएं अपनी जमीन या प्राॅपर्टी पर दोबारा से मालिकाना हक, जानें कानूनी अधिकार 

Illegal occupation of property: प्रॉपर्टी के विवाद को सुलझाने के लिए कानून में कई तरह के प्रावधान दिए हुए हैं। इसके तहत प्रॉपर्टी से अवैध रूप से किया गया कब्जा भी छुड़ाया जा सकता है। सदियों से जमीन पर या प्रॉपर्टी property पर अवैध रूप से अतिक्रमण या कब्जे के मामले चलते आ रहे हैं। राजा-महाराजा के वक्त से ही अवैध रूप से किए गए कब्जे को हटाने के प्रावधान थे। वहीं अब लोकतांत्रिक व्यवस्था में भी अवैध रूप से किए गए कब्जों को हटाने के कानून बने हुए हैं। लेकिन कानून की जानकारी के अभाव में पीड़ित व्यक्ति सालों साल पिस्ता रहता है और वह अपनी संपत्ति से अवैध कब्जा हटवाने में कामयाब नहीं हो पता है। लेकिन आज हम आपको इस लेख के माध्यम से अवैध रूप से किए गए कब्जे छूटाने के तरीके के बारे में विस्तार से बताएंगे। इसलिए कृपया इस लेख को पूरा पढ़ें और यदि आपको लगे कि हमने सटीक जानकारी दी है तो लेख को शेयर जरूर करें।

अवैध कब्जा हटाने के लिए निम्न कदम उठाएं 
प्रॉपर्टी के संबंध में धोखाधड़ी व साजिश के मामले भी अक्सर सामने आते रहते हैं। कम रेट का प्रलोभन देकर विवादित जमीन को भी बेच दिया जाता है और जो खरीददार होता है उसको भारी दिक्कत होती है। ऐसे में सबसे अहम बात यह है कि जैसे ही आप कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने हैं तो सबसे पहले उसका कागजी कब्जा लेने के उपरांत उस प्रॉपर्टी की बाउंड्री वॉल कर लें। इसके साथ ही आप अपने प्रॉपर्टी स्थल पर निर्माणाधीन या प्रॉपर्टी property के मालिक के संबंध में बोर्ड भी लगा सकते हैं। इससे आपकी प्रॉपर्टी पर अवैध रूप से कब्जा होने की संभावनाएं काफी कम हो जाएगी। यदि इसके बावजूद भी आपको आपकी प्रॉपर्टी पर अवैध रूप से कब्जा Illegal occupation होने की संभावना प्रतीत हो तो इसकी तुरंत प्रशासन को सूचना करें। जिससे कि आपकी प्रॉपर्टी property की देखरेख बनी रहेगी। 

भूमि अतिक्रमण कानून 
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 441 के तहत किसी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है। इसके तहत दोषी को 3 महीने की जेल भी हो सकती है। ऐसे में यदि आपकी जमीन पर किसी ने कब्जा कर लिया है तो उसके खिलाफ आप कोर्ट में उक्त धारा के तहत केस दर्ज करवा सकते हैं। 

यहां भी की जा सकती है शिकायत 
अगर आपकी प्रॉपर्टी property या जमीन पर किसी ने अवैध रूप से कब्जा Illegal occupation या अतिक्रमण कर लिया है तो आप इसकी शिकायत रेवेन्यू विभाग में भी कर सकते हैं। वहीं संपत्ति मालिक आदेश 39 नियम 1 और 2 के तहत भी मामला दर्ज करवा सकते हैं। कोर्ट में अर्जी लगने के बाद कोर्ट की तरफ से अतिक्रमण पर रोक लगा दी जा सकती है और कब्जाधारी से मुआवजे का भुगतान भी कोर्ट करवा सकती है। मुआवजे की राशि प्रॉपर्टी की मौके की कीमत और प्रॉपर्टी मालिक को जो नुकसान हुआ है उसके आधार पर निर्भर करती है। 

खेती-बाड़ी की लेटेस्ट खबरों के अलावा ताजा मंडी भाव की जानकारी के लिए ज्वाइन करें व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें

ऐसे भी सुलझा सकते हैं मामला 
अगर आपकी जमीन या प्लाट पर किसी तरह का अतिक्रमण या कब्जा हो जाता है तो उसको दो तरीकों से निपटाया जा सकता है। पहले है आपसी सहमति और दूसरा कानून का सहारा। इसके लिए आपसी सहमति वाला तरीका ज्यादा कारगर रहेगा और पंचायती तौर पर यदि कुछ ढंग के व्यक्ति बीच बचाव करें तो मामला सुलट सकता है। 

अवैध कब्जों से बचने के लिए यह तरीका भी हैं कारगर 
अगर आप अवैध कब्जे Illegal occupation की परेशानी से बचना चाहते हैं तो अपनी जमीन का विभाजन करवा लें। ज्यादा विवादित जगह पर जमीन या प्रॉपर्टी property खरीद रखी है तो उस संपत्ति को तुरंत बेच दें या फिर उसको लीगल कार्रवाई करते हुए किराए पर दे दें। कोर्ट में अगर किसी कारण से जाना पड़े तो कोर्ट का दरवाजा भी जरूर खटखटाएं। इसके लिए आपके पास अधिकार विलेख और करें विक्रय संबंधी दस्तावेज होनी जरूरी हैं।