Mustard Variety: सरसों की ये 5 उन्नत किस्में जो हो जाती है चार महीने में तैयार, ओर आमदन भी बम्पर
Dec 30, 2023, 15:57 IST

Mustard Variety: राई प्रमुख तिलहनी फसल है। इस फसल का भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान है। राई का उपयोग लोग दो तरह से कर सकते हैं। पहला फसल से निकलने वाला खाद्य तेल जिसका उपयोग भोजन बनाने में किया जाता है और दूसरा इसकी भूसी का उपयोग पशुओं के चारे के रूप में किया जाता है। राई की फसल की अधिक उपज और उच्च गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए किसान इसकी बेहतर किस्मों की खेती करके अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। Also Read: CM Announcement: सीएम घोषणा को पूरा करने में देरी करने वाले एक्सईएन पर खट्टर ने लिया एक्सन राई के तेल का रेट इसलिए ज्यादा है क्योंकि राई के तेल का इस्तेमाल लगभग सभी तरह से किया जाता है. राई को लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। इसकी फसल सरसों के समान होती है।
Mustard
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Mustard Variety: इन पांच किस्मों की खेती करें
अगर आप किसान हैं और कोई फसल उगाना चाहते हैं तो आप राई की कुछ उन्नत किस्में उगा सकते हैं। इन उन्नत किस्मों में वरुण, राजेंद्र सुफलाम, क्रांति, पूसा बोल्ड और राजेंद्र राय पचेती किस्में शामिल हैं। इन किस्मों की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.Mustard Variety: वरुण किस्म
राई कि यह किस्म 135 से 140 दिन में पककर तैयार हो जाती है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर 20 से 22 क्विंटल राई आसानी से पैदा करती है. इस किस्म से 42 प्रतिशत तेल प्राप्त होता है।Mustard Variety: राजेंद्र राय किस्म
राई कि इस किस्म को तैयार होने में 105 से 115 दिन का समय लगता है. इस किस्म से लगभग 12 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से राई का उत्पादन किया जा सकता है. यह किस्म 40 प्रतिशत तेल पैदा करती है।Mustard Variety: पूसा बोल्ड किस्म
राई की यह किस्म 120 से 140 दिन में पककर तैयार हो जाती है. ये किस्में थोड़ी देर से तैयार होने वाली किस्मों में आती हैं। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 18 से 20 क्विंटल राई आसानी से पैदा कर देती है. इस किस्म से 42 प्रतिशत तक तेल की पैदावार प्राप्त की जा सकती है।