RH 725: सरसों की वैरायटी जो किसानों को देगी अधिक आय, प्रति एक एकड़ में हो सकती हैं 16 क्विंटल
Farming: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा विकसित की गई सरसों की किस्म RH 725 ने किसानों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यह किस्म अपनी विशेषताओं और गुणवत्ता के कारण किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है।
सरसों की इस किस्म की बिजाई हल्की, मध्यम और भारी मिट्टी में की जा सकती है, जो इसे एक ऑलराउंडर बनाती है। इसके अलावा, इस किस्म में कम सिंचाई और कम खाद की आवश्यकता होती है, जो किसानों के लिए काफी फायदेमंद है।
उत्पादन क्षमता के मामले में, RH 725 किस्म काफी अच्छी है। इसका औसत उत्पादन 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ है, लेकिन अगर सही तरीके से देखभाल की जाए तो यह 16 क्विंटल प्रति एकड़ तक पहुंच सकता है। इसके अलावा, इस किस्म के पौधे में 18-19 दाने होते हैं, जो इसकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाते हैं।
बिजाई और कटाई का समय भी इस किस्म की एक विशेषता है। इसकी बिजाई 1 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक की जा सकती है और यह 135-140 दिन में पककर तैयार हो जाती है। रेतीली मिट्टी वाले क्षेत्रों में यह 10-15 दिन पहले पककर तैयार हो जाती है।
गुणवत्ता के मामले में, RH 725 किस्म काफी अच्छी है। इसमें तेल की मात्रा 38% होती है, जो काफी अधिक है। इसके अलावा, इसकी गुणवत्ता 40 लैब के आसपास होती है, जो सरसों की काफी अच्छी क्वालिटी मानी जाती है। एसिड की मात्रा भी कम होती है, जो इसके तेल की क्वालिटी को और भी बेहतर बनाती है।
एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि RH 725 किस्म हाइब्रिड नहीं है, बल्कि रिसर्च वैरायटी है। इसका मतलब है कि इसका बीज बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है, जो किसानों के लिए काफी फायदेमंद है।
कुल मिलाकर, सरसों की किस्म RH 725 किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प है। इसकी विशेषताएं और गुणवत्ता इसे एक ऑलराउंडर बनाती हैं। अगर आप सरसों की बिजाई करने की सोच रहे हैं, तो RH 725 किस्म को जरूर考虑 करें।

