Cow Breed: गाय की ये नस्ल देती है रोजाना 20 लीटर दूध, कीमत भी बहुत कम
गाय सदियों से हमारे जीवन का अहम हिस्सा रही हैं। गाय के दूध, गोबर, घी, दही, मूत्र और अन्य उत्पादों के लिए हम आज भी गायों पर निर्भर हैं। गाय का दूध, घी, गोबर आदि बहुत पवित्र माना जाता है। जिसके कारण हिंदू धर्म में गाय की पूजा भी की जाती है। वहीं अगर ग्रामीण इलाकों की बात करें तो आज भी आयोन का इस्तेमाल आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए किया जाता है।
पशुपालक गाय के दूध और उससे बने उत्पादों को बेचकर पैसा कमाते हैं। ऐसे में ज्यादातर किसान उन नस्लों का पालन करते हैं जो उन्हें ज्यादा मुनाफा दे सकें। इसी कड़ी में किसान चाहें तो गाय की इस देसी नस्ल का पालन कर सकते हैं। गाय की कुछ ऐसी नस्लें हैं जो रोजाना 20 से 25 लीटर दूध देती हैं। इस नस्ल का नाम क्या है और इसकी विशेषताएं क्या हैं, आइए जानते हैं।
गाय की ये नस्ल है मशहूर
गाय की देसी नस्ल में गिर गाय का नाम भी शामिल है। ये नस्ल काफी मशहूर है। आपको बता दें कि गिर गाय गुजरात के काठियावाड़ जिले की गिर पहाड़ियों और जंगलों में पाई जाने वाली गाय की एक भारतीय नस्ल है। यह प्रमुख ज़ेबू नस्लों में से एक है। गिर गाय की नस्ल का नाम गिर के जंगल से लिया गया है। गिर गाय न केवल भारत में बल्कि देश के बाहर भी बहुत प्रसिद्ध है। अमेरिका, मैक्सिको, वेनेजुएला और ब्राजील जैसे कई बड़े देश भारत से इस नस्ल का आयात करते हैं और वहां प्रजनन में सफल भी हुए हैं। इस ज़ेबू नस्ल के कई प्रकार हैं और यह मूल गिर गाय जितनी ही लोकप्रिय है। गिर गाय A2 दूध की सबसे बड़ी दूध उत्पादक गाय है जो इंसानों के लिए किसी जादुई द्रव से कम नहीं है।
गिर गाय की विशेषताएँ
A2 दूध का प्रमुख स्रोत होने के कारण, गिर गाय भारत में एक महत्वपूर्ण डेयरी पशु है। गिर गाय प्रतिदिन औसतन 20 लीटर तक दूध देती है। अगर सही तरीके से पाला जाए तो यह उत्पादन भी बढ़ाया जा सकता है। गिर गाय की शारीरिक संरचना गायों की अन्य नस्लों से अलग होती है और इसकी अनूठी विशेषताओं से इसे आसानी से पहचाना जा सकता है।
गिर गाय की औसत ऊंचाई 1.30 से 1.35 मीटर होती है, जबकि गिर गाय का शरीर का वजन 400 से 475 किलोग्राम और गिर बैल का वजन 550-650 किलोग्राम होता है।
असली गिर गाय को उसकी विशिष्ट उपस्थिति से पहचाना जा सकता है। इसका माथा गोल, गुम्बदाकार और उत्तल होता है, और कूल्हे की हड्डियाँ उभरी हुई होती हैं और इसके खुर काले और मध्यम आकार के होते हैं।
गिर गाय के कान लटकते और लंबे होते हैं जो सिरे पर पत्ते की तरह मुड़े होते हैं। इसके सींग घुमावदार और पीछे की ओर मुड़े हुए होते हैं।
असली गिर गाय की एक विशिष्ट विशेषता इसकी लंबी पूंछ है। उनमें से कुछ की पूंछ लंबी होती है जो जमीन तक भी पहुंचती है।
गिर गाय का रंग आमतौर पर लाल से लेकर पीला और सफेद होता है। उनकी त्वचा ढीली, चिकनी और चमकदार होती है। छाती का हिस्सा बड़ा और पतली त्वचा से ढका होता है।
गिर गाय का कूबड़ मुड़ता नहीं है और यह सभी देशी नस्लों में सबसे बड़ा है।
गिर गाय की कीमत
किसी भी गाय की कीमत आमतौर पर उसकी उम्र, नस्ल और दूध उत्पादन क्षमता के आधार पर की जाती है। वहीं, गिर गाय की कीमत भारतीय बाजारों के हिसाब से 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक होती है। अगर इस गाय के दूध की कीमत की बात करें तो इसकी औसत कीमत 60 से 80 रुपये प्रति लीटर है। कीमत में थोड़ा उतार-चढ़ाव हो सकता है।