Identification hopper disease mustard: सरसों में माहू कीट का जल्द से जल्द करें समाधान, वरना फलियां बनते समय होगी दिक्कत
Feb 1, 2024, 15:00 IST
Identification hopper disease mustard: सरसों की फसल में इस समय फलियां लगभग बन रही हैं या कुछ किसानों की फसल में फूल आ रहे हैं। इस समय रात का मौसम ठंडा और दिन का मौसम थोड़ा गर्म होता है। परिणाम स्वरूप सरसों की फसल में तेला चेपा या माहू कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। यह बीमारी लगभग हर साल और हर क्षेत्र में किसानों के खेतों में देखी जाती है। यह कीट गेहूं की फसल में भी अधिक संख्या में पाया जाता है। आज हम जानेंगे कि तेला चेपा या माहू कीट पर नियंत्रण कैसे करें तथा इसके नियंत्रण के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। हम इस बारे में पूरी बात करेंगे. Also Read: Health lifestyle: घर के ये 5 काम करते हैं तो आपको नहीं है जिम जानें की जरूरत, घर ही मिलेगी सारी ऊर्जा
इमिडाक्लोप्रिड 17.8% एस.एल. 100 मिली मात्रा प्रति एकड़ उपयोग किया जा सकता है। एसिटामिप्रिड 20% एसपी का उपयोग 100 ग्राम प्रति एकड़ की दर से किया जा सकता है। फिप्रोनिल 5% एससी का उपयोग 250 ग्राम प्रति लीटर प्रति एकड़ की दर से भी किया जा सकता है। प्रति एकड़ 100 ग्राम से 150 ग्राम थियामेथोक्साम 25% डब्ल्यूजी का उपयोग करें।