Mustard Crop: 29 फरवरी, 2024 को पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना, कृषि अनुसंधान परिषद, भारत द्वारा पटना के सिमरा और चिरौरा गांवों में सरसों की अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्ष और कृषि आदानों का वितरण किया गया। उल्लेखनीय है कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पटना द्वारा सरसों की फसल पर चल रहे फ्रंट रो डायरेक्शन (एफएलडी) के तहत डॉ. एस.के. संजीव कुमार एवं डॉ. अभिषेक कुमार ने किसानों के खेतों का दौरा किया और आवश्यक कृषि आदानों का भी वितरण किया।
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Mustard Crop: किसानों को कृषि से संबंधित उन्नत तकनीकों की जानकारी मिली
सरसों की अग्रिम पंक्ति का निर्देशन संस्थान के निदेशक डाॅ. डॉ. अनुप दास, प्रमुख, फसल अनुसंधान प्रभाग और प्रधान अन्वेषक, एफएलडी (सरसों) परियोजना; संजीव कुमार के मार्गदर्शन में फुलवारी प्रखंड के सिमरा और नौबतपुर प्रखंड के चिरौरा और आजाद नगर गांव में किसानों के खेतों की जुताई की जा रही है.
Mustard Crop: उन्नत तकनीकों पर किसानों को जानकारी
यह समय-समय पर संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा कृषि से संबंधित उन्नत तकनीकों पर किसानों को जानकारी और कृषि आदान-प्रदान प्रदान करता है। ताकि किसान अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें और खेती से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें। सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर, आईसीएआर इस परियोजना के लिए बीज और कृषि आदानों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने में सराहनीय रहा है।
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Mustard Crop: कार्यक्रम में मौजूद अतिथि
कार्यक्रम में परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. ने भाग लिया। संजीव कुमार एवं सह अन्वेषक डाॅ. अभिषेक कुमार, वैज्ञानिक के साथ-साथ गांव के प्रगतिशील किसान कामाख्या नारायण शर्मा, दिवाकर शर्मा, ओम प्रकाश वर्मा और मदन मोहन सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।